नई दिल्ली, 21 मई 2025
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को भारत की सैन्य शक्ति और रणनीतिक कुशलता का प्रतीक बताते हुए भारतीय सशस्त्र बलों की जमकर सराहना की है। इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर आतंकवाद के खिलाफ करारा जवाब दिया। रक्षामंत्री ने कहा, “भारतीय सेनाओं ने एक कुशल डॉक्टर और सर्जन की तरह काम किया है, जिसके परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में आतंकवादी मारे गए और उनके शिविर तबाह हो गए।”
ऑपरेशन सिंदूर: आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई
ऑपरेशन सिंदूर को पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी। इस हमले के पीछे लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों का हाथ था। भारतीय सेना ने मुजफ्फराबाद, कोटली, बहावलपुर, मुरीदके और सियालकोट जैसे स्थानों पर सटीक हमले किए, जिनमें आतंकियों के प्रशिक्षण शिविर और बुनियादी ढांचे को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया। रक्षामंत्री ने इस कार्रवाई को “नपी-तुली, जिम्मेदार और गैर-उत्तेजक” बताया, जिसमें किसी भी नागरिक ठिकाने को नुकसान नहीं पहुंचाया गया।
रक्षामंत्री का कड़ा संदेश: “यह सिर्फ ट्रेलर है”
रक्षामंत्री ने भुज एयरबेस पर जवानों को संबोधित करते हुए कहा, “ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। यह सिर्फ ट्रेलर था, पूरी पिक्चर अभी बाकी है।” उन्होंने भारतीय वायुसेना की ताकत का जिक्र करते हुए कहा कि भारत के लड़ाकू विमान अब बिना सीमा पार किए पाकिस्तान के किसी भी कोने में हमला करने में सक्षम हैं। उन्होंने ब्रह्मोस मिसाइल की तारीफ करते हुए कहा, “इसने पाकिस्तान को रात में दिन का उजाला दिखा दिया।”

सेना की सटीकता और संवेदनशीलता की सराहना
रक्षामंत्री ने भारतीय सेना की सटीकता और मानवीय दृष्टिकोण की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “हमने केवल उन्हीं को निशाना बनाया जिन्होंने हमारे मासूमों को मारा। हमने भगवान हनुमान के आदर्श ‘जिन्ह मोहि मारा तिन मोहि मारे’ का पालन किया।” यह ऑपरेशन 1971 के बाद भारत की सबसे बड़ी सीमा-पार सैन्य कार्रवाई मानी जा रही है, जिसमें सेना, वायुसेना और नौसेना ने समन्वित रूप से विशेष हथियारों का इस्तेमाल किया।
पाकिस्तान को कड़ा संदेश
रक्ष थमंत्री ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा, “भारत अब चुप नहीं रहेगा। हमारी सेना की धमक रावलपिंडी तक पहुंची है, जहां पाकिस्तानी सेना का मुख्यालय है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत ने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है और आतंकियों की कोई भी पनाहगाह सुरक्षित नहीं रहेगी।
सर्वदलीय समर्थन और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
ऑपरेशन सिंदूर के बाद रक्षामंत्री की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में सभी दलों ने सरकार और सेना के साथ एकजुटता दिखाई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “जो काम कर रहे हैं, करते रहिए।” वहीं, विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस कार्रवाई को आत्मरक्षा और भविष्य के हमलों को रोकने के लिए जरूरी बताया।
नया भारत, नई ताकत
रक्षामंत्री ने अपने बयानों में बार-बार इस बात पर जोर दिया कि यह नया भारत है, जो आतंकवाद के खिलाफ दोनों तरफ प्रभावी कार्रवाई करने में सक्षम है। उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर भारत की राजनीतिक, सामाजिक और सामरिक इच्छाशक्ति का प्रतीक है।” इस ऑपरेशन ने न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना बटोरी है।
रक्षामंत्री ने शहीद सैनिकों को नमन करते हुए कहा, “जो हमारे जवान इस ऑपरेशन में शहीद हुए, उन्हें मैं पूरे देश की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और घायल जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
रिपोर्ट :सुरेंद्र कुमार
