
वाशिंगटन/नई दिल्ली, 1 अप्रैल 2025: अमेरिका ने भारत पर नए टैरिफ लागू कर दिए हैं, जो आज से तत्काल प्रभावी हो गए हैं। व्हाइट हाउस ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा कि ये टैरिफ “इफेक्टिव इमीडीएटली” लागू होंगे, जिससे भारत के लिए आर्थिक चुनौतियां बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। यह कदम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उस नीति का हिस्सा है, जिसमें उन्होंने उन देशों पर जवाबी शुल्क लगाने की घोषणा की थी जो अमेरिकी सामानों पर ऊंचे टैरिफ थोपते हैं।
व्हाइट हाउस के अनुसार, भारत अमेरिकी कृषि उत्पादों पर 100% और कुछ अन्य वस्तुओं, जैसे अल्कोहल पर 150% तक टैरिफ लगाता है, जिसे अमेरिका ने “अनुचित व्यापार प्रथा” करार दिया है। राष्ट्रपति ट्रंप ने इसे ठीक करने के लिए रेसिप्रोकल टैरिफ नीति को आगे बढ़ाया है। इन नए शुल्कों से भारत के निर्यात, खासकर कृषि, फार्मास्यूटिकल्स और विनिर्माण क्षेत्रों पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।
प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप अपनी व्यापार टीम के साथ मिलकर अमेरिकी श्रमिकों के लिए बेहतर सौदा सुनिश्चित करने में जुटे हैं। टैरिफ की विस्तृत घोषणा 2 अप्रैल को ‘लिबरेशन डे’ के मौके पर होगी।” उन्होंने यह भी संकेत दिया कि ट्रंप बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन उनकी प्राथमिकता अमेरिकी हितों की रक्षा करना है।
भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्तों में यह नया तनाव दोनों देशों की चल रही व्यापार वार्ताओं को प्रभावित कर सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है, ताकि इस टैरिफ युद्ध का असर कम से कम हो। हालांकि, कुछ विश्लेषकों का कहना है कि बातचीत से स्थिति में सुधार की गुंजाइश अभी बाकी है।
“अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए नए टैरिफ के जवाब में भारत की ओर से तत्काल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, जिससे यह अनुमान लगाना मुश्किल हो रहा है कि भारत इस चुनौती से कैसे निपटेगा। हालांकि, आर्थिक विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि अगर यह टैरिफ युद्ध बढ़ता है, तो भारत और अमेरिका के बीच पहले से ही नाजुक व्यापार संतुलन पर और बुरा असर पड़ सकता है, जिससे दोनों देशों के आर्थिक रिश्तों में तनाव और गहरा सकता है।”

रिपोर्ट : सुरेंद्र कुमार