अंधेरी के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) में सोमवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक महिला ने वहां जमकर हंगामा किया. गाड़ी के ट्रांसफर को लेकर हुए विवाद में महिला ने एक महिला कर्मचारी से मारपीट की और ऑफिस के कंप्यूटर में तोड़फोड़ कर दी. इस घटना के बाद अंबोली पुलिस स्टेशन में आरोपी महिला ईशा छाबड़ा के खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.

सीनियर कलर्क वृषाली काळे की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ BNS की धारा 132, 122(2), 324(2), और 352 के तहत मामला दर्ज किया है. शिकायत के अनुसार, ईशा छाबड़ा नामक महिला सोमवार को अंधेरी आरटीओ कार्यालय में पहुंची और दावा किया कि उसने अपनी गाड़ी किसी को नहीं बेची, फिर भी वह स्नेहा पांडे नाम की महिला के नाम पर ट्रांसफर कर दी गई है. उसने तुरंत गाड़ी अपने नाम पर वापस करने की मांग की.

जब वृषाली काळे ने उसे बताया कि ट्रांसफर वैधानिक प्रक्रिया के तहत हुआ है और संबंधित महिला ने सभी दस्तावेज विभाग को सौंप दिए हैं, तो ईशा ने जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया. उसे समझाने की कोशिश की गई, लेकिन उसने आरटीओ ऑफिस में तोड़फोड़ शुरू कर दी. उसने एक कंप्यूटर को खींचकर गिरा दिया जिससे उसका स्टैंड टूट गया.
सूत्रों ने बताया कि इतना ही नहीं, जब वृषाली काळे ने मोबाइल से इस घटना का वीडियो बनाने की कोशिश की तो ईशा ने उनका मोबाइल छीन लिया और बाहर भागने लगी. जब कर्मचारियों ने उसे रोकने की कोशिश की, तब उसने जूनियर कलर्क सुश्मिता भोगले को थप्पड़ मार दिया. इसी बीच अंबोली पुलिस की मोबाइल वैन मौके पर पहुंची और महिला को हिरासत में ले लिया. पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपी महिला से पूछताछ जारी है.
मुंबई: मुंबई के अंधेरी स्थित क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) में सोमवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब एक महिला ने गाड़ी के नाम ट्रांसफर को लेकर जमकर उत्पात मचाया। आरोपी महिला, ईशा छाबड़ा ने न केवल ऑफिस में तोड़फोड़ की, बल्कि एक महिला कर्मचारी को थप्पड़ मारकर कंप्यूटर भी क्षतिग्रस्त कर दिया। इस घटना के बाद अंबोली पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गाड़ी ट्रांसफर विवाद ने लिया हिंसक रूप
पुलिस के अनुसार, ईशा छाबड़ा सोमवार को अंधेरी RTO ऑफिस पहुंची और दावा किया कि उसकी गाड़ी बिना उसकी सहमति के स्नेहा पांडे नामक महिला के नाम ट्रांसफर कर दी गई। उसने तुरंत गाड़ी अपने नाम वापस करने की मांग की। सीनियर क्लर्क वृषाली काळे ने उसे समझाने की कोशिश की कि ट्रांसफर वैधानिक प्रक्रिया के तहत हुआ है और संबंधित महिला ने सभी जरूरी दस्तावेज जमा किए हैं। लेकिन ईशा ने इस बात को मानने से इनकार कर दिया और जोर-जोर से चिल्लाने लगी।
तोड़फोड़ और मारपीट की घटना
विवाद बढ़ने पर ईशा ने ऑफिस में तोड़फोड़ शुरू कर दी। उसने एक कंप्यूटर को खींचकर गिरा दिया, जिससे उसका स्टैंड टूट गया। जब वृषाली काळे ने इस घटना का वीडियो बनाने के लिए अपना मोबाइल निकाला, तो ईशा ने उनका फोन छीन लिया और बाहर भागने की कोशिश की। कर्मचारियों ने उसे रोकने की कोशिश की, तो उसने जूनियर क्लर्क सुश्मिता भोगले को थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद मौके पर पहुंची अंबोली पुलिस की मोबाइल वैन ने ईशा को हिरासत में ले लिया।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
वृषाली काळे की शिकायत पर अंबोली पुलिस ने ईशा छाबड़ा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 132 (सरकारी कार्य में बाधा), 122(2) (सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान), 324(2) (मारपीट), और 352 (उपद्रव) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है और घटना के सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
स्थानीय लोगों में चर्चा का विषय
इस घटना ने स्थानीय लोगों के बीच खासी चर्चा बटोरी है। RTO ऑफिस जैसे सरकारी कार्यालय में इस तरह की हिंसक से हुई तोड़फोड़ और मारपीट की घटना ने लोगों का ध्यान खींचा है। पुलिस का कहना है कि ऐसी घटनाएं न केवल सरकारी कामकाज में बाधा डालती हैं, बल्कि सार्वजनिक संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाती हैं। जांच के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी
रिपोर्ट : सुरेन्द्र कुमार
