मुंबई, 6 जुलाई 2025: मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (CSMI) पर कस्टम्स जोन-III के अधिकारियों ने 5 जुलाई 2025 को तीन अलग-अलग मामलों में तस्करी की कोशिश को नाकाम करते हुए 11 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की सामग्री जब्त की। इनमें 9.66 करोड़ रुपये की हाइड्रोपोनिक मारिजुआना, 1.49 करोड़ रुपये का सोना और दुर्लभ वन्यजीव शामिल हैं। इस कार्रवाई में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
पहला मामला: 9.66 करोड़ की हाइड्रोपोनिक मारिजुआना जब्त

विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर, कस्टम्स अधिकारियों ने बैंकॉक से मुंबई पहुंचे एक भारतीय यात्री को रोका। उसके चेक-इन बैग की तलाशी में 9.662 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक मारिजुआना (weed) बरामद की गई, जिसकी अवैध बाजार में कीमत 9.66 करोड़ रुपये आंकी गई है। यह ड्रग्स बैग में सावधानीपूर्वक छिपाई गई थी। यात्री को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस (NDPS) एक्ट, 1985 के तहत गिरफ्तार किया गया।
दूसरा मामला: दुर्लभ वन्यजीवों की तस्करी
प्रोफाइलिंग के आधार पर, बैंकॉक से आए एक अन्य यात्री को हिरासत में लिया गया। उसके बैग से गैर-स्वदेशी दुर्लभ वन्यजीव बरामद किए गए, जिनमें शामिल हैं:
- रैकून (Procyon lotor): 1 जीवित, 3 मृत
- ब्लैक फॉक्स स्क्विरल (Sciurus niger): 3 मृत
- ग्रीन इगुआना (Iguana spp.): 29 जीवित, 8 मृत
चूंकि ये प्रजातियां भारत में स्वदेशी नहीं हैं, 29 जीवित जानवरों को उनकी सुरक्षा के लिए मूल देश में वापस भेजने हेतु एयरलाइन स्टाफ को सौंप दिया गया। आरोपी को वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन एक्ट, 1972 और कस्टम्स एक्ट, 1962 के तहत गिरफ्तार किया गया।
तीसरा मामला: 1.49 करोड़ का सोना जब्त
दुबई से मुंबई आए दो यात्रियों को प्रोफाइलिंग के आधार पर रोका गया। उनकी तलाशी में 1.650 किलोग्राम 24 कैरेट सोना, जिसमें सोने का डस्ट और टुकड़े शामिल थे, बरामद किया गया। यह सोना यात्रियों के शरीर और कपड़ों में छिपाया गया था, जिसकी अनुमानित कीमत 1.49 करोड़ रुपये है। दोनों आरोपियों को कस्टम्स एक्ट, 1962 के तहत गिरफ्तार किया गया।
कस्टम्स की सतर्कता और भविष्य की रणनीति
मुंबई कस्टम्स जोन-III ने एक बयान में कहा, “हमारी टीमें हवाई अड्डे पर मादक पदार्थों, वन्यजीवों और कीमती धातुओं की तस्करी को रोकने के लिए सतर्क हैं।” इन कार्रवाइयों से यह स्पष्ट है कि कस्टम्स विभाग तस्करों की नई-नई तरकीबों, जैसे शरीर में छिपाने और सामान में वैक्यूम पैकिंग, के खिलाफ प्रभावी रणनीति अपना रहा है।
तीनों मामलों में जांच जारी है, और अधिकारियों का मानना है कि ये तस्करी अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से जुड़ी हो सकती हैं। कस्टम्स ने भविष्य में भी ऐसी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने और सख्त कार्रवाई करने की प्रतिबद्धता जताई है। यह कार्रवाई न केवल तस्करी पर लगाम लगाने की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय नियमों के पालन को सुनिश्चित करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण है।
रिपोर्ट :सुरेंद्र कुमार
